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मेरे ब्लॉग में आपका स्वागत है - हेम चन्द्र कुकरेती

Sunday, August 13, 2023

पर्वतों की विशालता

पर्वतों की शरण में आने का पहला नियम है; अपने अहंकार का त्याग, क्योंकि इनपर झुककर चढ़ना पड़ता है, और सर झुकाकर उतरना पड़ता है। जो पर्वतों के नियम का पालन नहीं करते उनको ये मिट्टी में मिला देते हैं।

और जो इनके नियमों का सम्मान करते हैं उनको ये अपनी तरह शारीरिक शक्ति, मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊँचाई देते हैं।

चित्र: गढ़वाल, उत्तराखण्ड.

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