तम्बाकू-गुटका खाकर यहां-वहां थूकने वाला, हेलमेट को बोझ समझने वाला, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाला वो भारतीय नागरिक जिसे स्वास्थ्य, सुरक्षा और अनुशासन का महत्व ही नहीं पता, उसे क्या करोना वाइरस कुछ सही रास्ते में ला पाएगा?
खुले में शौच, थूक लगाकर नोट गिनना, मुंह खोलकर सार्वजनिक स्थानों पर खाँसना, मिलावट और रसायनों से दूषित खाद्य सामग्री का सेवन करना आदि, अनेक आदतों में यदि एक आम आदमी सुधार कर ले, तथा स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो जाय तो स्वास्थ्य तो होगा ही, देश में चिकित्सालयों का बोझ भी स्वतः ही कम हो सकता है।
खुले में शौच, थूक लगाकर नोट गिनना, मुंह खोलकर सार्वजनिक स्थानों पर खाँसना, मिलावट और रसायनों से दूषित खाद्य सामग्री का सेवन करना आदि, अनेक आदतों में यदि एक आम आदमी सुधार कर ले, तथा स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो जाय तो स्वास्थ्य तो होगा ही, देश में चिकित्सालयों का बोझ भी स्वतः ही कम हो सकता है।
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