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मेरे ब्लॉग में आपका स्वागत है - हेम चन्द्र कुकरेती

Sunday, July 17, 2016

शिष्टाचार और सभ्यता


किसी व्यक्ति के शिष्टाचार और सभ्यता उसके व्यवहार में प्रदर्शित होती है। पाया गया है कि भारतीयों में शिष्टाचार और सभ्यता कम पाई जाती है। जहां यह अनेक विकसित देशों में इसे प्रत्येक नागरिक को आरंभिक शिक्षा में ही सिखाया जाता है, भारत में इसे शिक्षा का भाग नहीं माना जाता। इसका परिणाम भटके हुए युवाओं, तथा बढ़ते अपराध के रूप में आए दिन दिखाई देता है।
कुछ सामान्य शिष्टाचार -
1- फोन करने पर उत्तर देने वाले का नाम पूछने से पहले अपना परिचय देना चाहिए।
2- यदि किसी परिचित की कॉल छूट जाए तो यथाशीघ्र उसे कॉल करें।
3- फोन करने से पहले नंबर ठीक से जांच लें, ऐसा न करने पर आप किसी आवश्यक कार्य में व्यस्त व्यक्ति को परेशानी में डाल सकते हैं।
4- वाहन चलाते समय या किसी समूह के बीच बैठकर फोन न करें।
5- किसी भी स्थान से जाने से पहले आवश्यकतानुसार पंखे और लाइट के स्विच बंद कर लें।
6- वाहन चलाते या पार्किंग करते समय दूसरों की सुविधा का ध्यान भी रखें।
7- लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करें।
8- सार्वजानिक स्थानों पर जोर से न बोलें।
9- घरों में ऐसा ध्वनि या वायु प्रदूषण न करें जिससे पडोसी को परेशानी हो।
10- किसी से कोई वस्तु लेने या उठाने पर, इस्तेमाल के बाद यथाशीघ्र वैसे ही दें या रखें जैसे ली गई थी।
11- जिस देश, प्रदेश या स्थान में रहते हैं उसकी भाषा, संस्कृति व निवासियों का सम्मान करें, और उनको अपनाने का प्रयास करें।
12- विद्या से विनम्रता आती है अतः विनम्रता, अभिवादन, सेवा व सत्कार करना सीखें, इनके बिना शिक्षा अधूरी है।
13- सोशल मीडिया में कुछ भी लिखने से पहले भाषा और भावनाओं का ध्यान रखें। इससे न केवल आपकी छवि प्रभावित होती है, बल्कि एक अप्रिय बात से आप अपने अच्छे मित्रों को खो सकते हैं।
14- सोशल मीडिया में जाति, धर्म, लिंगभेद और राजनैतिक टिप्पणी से बचें, ये सभी अनावश्यक बहस और दुर्भावना को ही जन्म देते हैं।