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मेरे ब्लॉग में आपका स्वागत है - हेम चन्द्र कुकरेती

Thursday, August 12, 2021

जातिवाद की राजनीति आज भी अन्य सभी मुद्दों पर भारी

राजनैतिक दलों में भले ही बाकी मुद्दों पर संसद में हँगामा होता हो, लेकिन जातिवाद संबंधी बिल बिना किसी हंगामे के सबकी सहमति से पास हो जाते हैं। 

देश में ग़रीबी ज़्यादा है लेकिन सभी पार्टियों का ध्यान जाति और धर्म पर ही रहता है, क्योंकि गरीब परिवर्तनीय श्रेणी है, इसलिए वोट बैंक नहीं बन सकती, लेकिन जाति अपरिवर्तनीय है इसलिए वोट बैंक की श्रेणी है, थी, और रहेगी चाहे उसका कितना ही विकास हो ज़ाय।  

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