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मेरे ब्लॉग में आपका स्वागत है - हेम चन्द्र कुकरेती

Tuesday, June 7, 2022

कभी-कभी सत्य नुक़सानदायक भी हो सकता है

 Success brings false friends and true enemies. 

सफलता के साथ झूठे मित्र और सच्चे शत्रुओं की संख्या बढ़ती जाती है। और इनका कितना भी भला चाहो, लेकिन ये आपकी एक गलती का इंतज़ार कर रहे होते हैं। ये आपकी एक छोटी सी गलती को लेकर सभी सम्भावित तरीक़ों से आपको नुक़सान पहुँचाने का कोई अवसर नहीं छोड़ते। इनमें सबसे ज़्यादा ख़तरनाक वो होते हैं जो आस्तीन में छुपकर आपकी बातों को तोड़-मरोड़कर दुनिया में आपकी मेहनत से बनाई प्रतिष्ठा को बिगाड़ देते हैं।

इसलिए भले ही आप सही हों, लेकिन एक ज़िम्मेदार पद में रहते हुए आपको ये भी पता रहना चाहिए कि किन परिस्थितियों में क्या नहीं बोलना है। इतिहास गवाह है कि द्रौपदी का एक सत्य महाभारत में बदल गया था। देशहित और देश की अखंडता व एकता सर्वोपरि है।

Chanakya Neeti- "When you want to win the situation, you should know what Not to Speak"

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